प्रमिला को देखकर कह पाना मुश्किल था कि उसके जीवन में इतनी बड़ी आँधी आई होगी, जिसके बावजूद उसके चेहरे ... प्रमिला को देखकर कह पाना मुश्किल था कि उसके जीवन में इतनी बड़ी आँधी आई होगी, जिसक...
वह इनके घरों के बाथरूम और पखाना से नहीं आती, दिमागों से अधिक आती है। वह इनके घरों के बाथरूम और पखाना से नहीं आती, दिमागों से अधिक आती है।
शरत को उनकी बातें कांटे की तरह चुभ रही थी। शरत को उनकी बातें कांटे की तरह चुभ रही थी।
काली की जागीरी अब नब्बे के दशक में खत्म हुई। काली की जागीरी अब नब्बे के दशक में खत्म हुई।
अगली सुबह मंगता की भू (बहू) के चबूतरे पर चींटियां चावल खाती दिखीं। अगली सुबह मंगता की भू (बहू) के चबूतरे पर चींटियां चावल खाती दिखीं।